आजादी के ७१ साल बाद भी हमारे देश की बहूबटिया अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती


 (दिलीप जायसवाल) महराज गंज/रायबरेली। आजादी के ७१ साल बाद भी हमारे देश की बह. बेटियां अपने आप को सरक्षित पर एक बड़ा सवाल है। मौजूदा केंद्र प्रदेश की सरकारों द्वारा महिला सरक्षा को लेकर किए जा रहे तमाम दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। कछ ऐसा ही नजारा तब मौजदा सरकार में अपने आप को करने की आजादी के लिए तमाम देखने को मिला जब हमारी टीम सरक्षित महसस कर रही हैं तो तरह की जद्दोजहद करनी पड़ती ने महिला सरक्षा को लेकर कई इन बच्चियों ने बिना एक पल हैं। वहीं इन बच्चियों का कहना विद्यालयों में वहां की बच्चियों से समय गवाएं जवाब दिया कि, है कि जब वह घर से स्कूल पढ़ने यह जानने का प्रयास किया कि मौजदा सरकार में वे सब अपने आती है तो सरकार द्वारा उन्हें क्या वे सभी मौजूदा सरकार द्वारा आप को बिल्कुल भी सुरक्षित कोई भी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया महिला सुरक्षा के नाम पर किए महसूस नहीं कर रही है क्योंकि नहीं कराई जाती है। जा रहे बड़े-बड़े दावो के बावजूद आए दिन समाचारों प्रिंट मीडिया, इनका मानना है कि इनके अपने आप को सुरक्षित महसूस इलेक्ट्रानिक मीडिया और सोशल साथ कभी भी कोई भी अप्रिय कर रही हैं या नहीं। तो सभी मीडिया के माध्यम से इन्हे यह घटना घट सकती है यह अपने बच्चियों ने एक ही जवाब दिया जानकारी प्राप्त होती रहती है आप को असुरक्षित महसूस करती की मौजदा सरकार दावे तो बहुत कि देश में महिलाओं के साथ हैं। ऐसे में अपनी सुरक्षा को लेकर करती है, लेकिन धरातल पर दर्वयवहार किया जा रहा है, हर यह बच्चियों काफी चिंतित दिखी उनके द्वारा किए गए एक भी दावे रोज किसी न किसी मुसीबत का और इन्होंने सरकार से गुहार सत्य सिट नहीं हो रहे हैं। सामना करने वाली महिलाओं और लगाई है कि महिलाओं और आपको बता दें कि, हमारी बेटियों को घर हो या बाहर हर बच्चियों की सुरक्षा को लेकर कोई टीम द्वारा रायबरेली जनपद में जगह उन्हें अलग-अलग प्रभावी कदम उठाया जाए ताकि महराजगंज क्षेत्र के कई विद्यालयों परिस्थितियों में खट को बचाना पटे बेटियां बटे बेटियां के नारे को की छात्राओं से यह जानने का पढ़ रहा है। उन्हें अपने आप को धरातल पर सत्य साबित किया प्रयास किया गया कि, क्या वे सुरक्षित रखने के लिए और कुछ जा सके।